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UNITEDASIAEARNING: इन्वेस्टमेंट प्लान साथ ही एक गिफ्ट आइटम भी
UNITEDASIAEARNING ....एक अछि इन्वेस्टमेंट प्लान साथ ही एक गिफ्ट आइटम भी ...दोस्तों दभास्कर.कॉम का फिर से आभार व्यक्त करना चाहूँगा की inhone हमें मौका दिया जिससे मैंने कई लोगो से जुड़ पाया ये एक शानदार मंच है हम networker लोगो का...मई पहले भी बता चूका हूँ की मई भी एक स्पिक एशियन हूँ और २० लाख लोगो की तरह मै भी कम्पनी का स्टार्ट होने का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा हूँ और इस इंतज़ार में ९ महीने बीत गए और अभी भी कुछ कहा नहीं जा सकता की और कितना इंतज़ार करे,भाइयो मैंने एक कम्पनी जिसका नामे है unitedasiaearing
जो की १८ जनवरी से चल रही है मेरे एक स्पिक एशिया के सीनियर लीडर पंकज शर्मा ने मुझे ये प्लान दिया पहले तो मुझे करने का मनन नहीं था बुत मुझे ये लगा की ९ महीने में स्पिक एशिया में जो भी कमाया वो ख़त्म हो गया और अब अगर कुछ नहीं करू तो कैसे चलेगा फिर दोस्तों मैंने ये प्लान में इंटेरेस्ट लिया और आज रिसुल्ट साथ है मैंने अछि टीम बने और १ महीने में ही अछि इन्काम कमाया और जो व्यक्ति स्पिक एशिया के कारन मेरे से बात बंद हो चुकी थी वो भी इस प्लान में आये और अछि इनकुम कर रहे है....
कम्पनी दुबई बसेड है ऑनलाइन शौपिंग बिज़नस है जिससे आप कोई भी प्रोडक्ट ऑनलाइन ले सकते है कंपनी ने २ प्लान लोंच की की है १) गोल्ड २) सिल्वर ११००० और ५५०० की इन्वेस्ट पैर आपको १०% वीकली मिलेगी आपको सिर्फ एक विडियो अदद देखनी और तुरंत आपके अकाउंट में डोलर मिल जाती है जिसे आप उसी दिन बैंक रेकुएस्ट दल सकते है सिर्फ आपके अकाउंट में $२० होनी चाहिए..तो दोस्तों में फिर से आपको कहना चाहूँगा यदि आपको मुझसे फुल सपोर्ट और पॉवर लेग चाहिए तो बैंक में ११००० या ५५०० अकाउंट में जमा कर मुझे अपना डिटेल भेजे.जैसे नामे,मोबाइल,सिटी ईमेल .
.मुझे कॉल करे-7739626520
या मेल करे spk.pancham @gmail .com
आपका अपना pancham...
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चिटफंड कंपनी के कर्मचारी ने जहर खाकर दी जान
रामपुर। चिटफंड कंपनी के एक कर्मचारी ने जहर खाकर जान दे दी। कर्मचारी ने अपने इलाके के लोगों से भी प्रीमियम कराया था। वह लोग कर्मचारी से जमा की गई धनराशि वसूलने के लिए कई दिनों से उसके घर आ रहे थे। कर्मचारी की मौत से होली की खुशियां गम में बदल गईं।
मिलक के लोहा गांव निवासी एक व्यक्ति बरेली में एक चिटफंड कंपनी कर्मचारी था। उसने में मिलक इलाके के लोगों भी लाखों रुपए चिटफंड कंपनी में जमा कराए थे। कुछ समय बाद चिटफंड कंपनी दफ्तर बंद कर फरार हो गई। कंपनी के बंद हो जाने पर लोगों ने कर्मचारी पर पैसे वापस करने के लिए दबाव बनाने लगे। कई दिन से लोग कर्मचारी के घर आ रहे थे। उसी दिन से वह परेशान था। उसके घर में गुरुवार की दोपहर होली की खुशियां मनाई जा रही थीं। इस बीच वह कमरे में चला गया। काफी देर तक कमरे से बाहर नहीं निकला तो उसे कमरे में जाकर देखा उसकी हालत खराब थी। पूछने पर उसने बताया कि उसने सल्फास की गोली खा ली है।
वह चिल्लाने लगा कि इतने पैसे कहां देगा वह जीना नहीं चाहता है। उसकी हालत बिगड़ने लगी तो उसे फौरन मिलक ले जाया गया। लेकिन, चिकित्सकों ने बरेली ले जाने की सलाह दी। परिजन उसे बरेली ले गए पर कुछ ही देर बाद उसने दम तोड़ दिया। कर्मचारी की मौत से घर में कोहराम मच गया। होली की खुशियां गम में बदल गईं। परिजनों ने उसका संस्कार कर दिया। वहीं पुलिस ने इस तरह की घटना की जानकारी होने से इंकार किया है।
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FRIDAY 9 MARCH 2012
अगर आप रियल JOB करना चाहते हैं तो Just Lunch AllHitDeals के साथ जुड़िये
दोस्तों नमस्कार और हैप्पी होली आपको पता होगा पिचले 6 महीने से बहुत सारी कंपन्यां लोगों का पैसा ठग के चली गयी और अब भी ठग रही हैं, मगर लोगों को तो Shortcut रास्ते ही पसंद हैं, मेरे दोस्तों भागने वाली कंपन्यां आपके कम काम करा के ज्यादा पैसा देने का वादा कर के भाग जाती हैं क्यूँकी वो कंपन्यां सिर्फ Money rotation करती हैं.
जिसकी वजह से वो सिर्फ 3 महीने की महमान रहती हैं और लोगों से लाखों का पैसा लेकर चली जाती हैं और हम जुड़ने से पहले ये जाने की कोशिश भी नहीं करते के वो पैसा कहाँ से कमाती हैं, क्यू के हमें तो सिर्फ पैसा डबल करने की पड़ी होती है, हम सिर्फ ये कहते हैं "वो क्या करता है हमें लेके क्या करना हमें तो सिर्फ हमारा पैसा डबल हुवा तो बस "
दोस्तों अगर आपके सामने एक ऐसी कंपनी आये जो Genuine और रियल में आपको Job देती है इसमें आप को Daily काम करना पड़ेगा, और 100 secure investment प्लान आपके सामने है
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और इसमें हर दिन आपको काम करना पड़ेगा
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इसी तरह ALLHITDEALS को भी Deals के लिए कंपन्यां पे करती हैं
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FRIDAY 9 MARCH 2012
CLP9 परिवार के सभी लोगो के लिए इस होली पर्व में एक नायब तोहफा हमारे मार्ग दर्शक, व हमारे CLP9 के CMD श्री हरी मोहन अगरवाल जी ने अपने वक्य्ताब में लोगो के विचारो को ध्यान में रखते हुए ये फरमान दिया की हम मार्केट में 100 से 200 प्रोडक्ट को CLP9 में जल्द ही ला रहे है जैसे ,,,,, FOODS SUPPLEMENTARY,, ELECTRONIC,, DESIGNER LADIES, MENS & KIDS WEAR,, TOYS,, ADVENTURE LIFE STYLE,, HOLIDAY PACKAGE WITH FLIGHT,, & ART GALERRY,, ETC, जिससे CLP9 के सभी लोगो को इस चुनोती भरे मार्केट में किसी भी नेगेटिव सवाल को लेकर सरमीनदगी न उठाने पड़े.
और सर उठा कर व्यापर कर सके वो भी सिर्फ CLP9 में ,,,, अब मै इस सम्मानित दा भास्कर मंच से ये अपील करना चाहूंगी की आप सभी लोग मन लगा कर CLP9 को करे ,और अपने जिन्दगी के मकसद को पूरा करे कियूं की CLP9 ही वो स्थान है जंहा इज्ज़त, मान सम्मान, पैसा, व समाज में हमारी छवि ख़राब न हो ऐसा हमे मिलता है , सच में मै आज गर्व महसूस करती हूँ की मै CLP9 में काम करती हूँ वो भी तनाव से मुक्त हो कर इसलिए अपने जीवन में खुशियों के रंग भरो वो भी सिर्फ और सिर्फ CLP9 के साथ हमारे प्रेनास्रोत CMD के शब्दों में ,,,, आसमान को छुना तो आसान है ,,, पर मुस्किल है पाँव को जमीन पर रखना ______________________________________________________________________________
WEDNESDAY 7 MARCH 2012
NMART: बिलासपुर में सेमिनार
बिलास्पुए में nmart का सेमिनार हुआ जिसमे करीब 160 लोगो को इनाम प्राप्त किये और भविष्य की कंपनी की योजनायो को जाना आज बिलासपुर में अर्श से फर्श तक के लोगो ने शिरकत की हमारी टीम की तरफ से सभी अचिवेर्स को हार्दिक बधाई और आगे बड़ो यही दुआ ,
और nmart ने अपने मेम्बर की संख्या 10 लाख को क्रोस कर लिया और अपने store की संख्या 225 कर ली है सभी nmart associte को हार्दिक बधाई , nmart की सफलता में शामिल होकर अपनी आय को नई दिशा प्रदान करे
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TUESDAY 6 MARCH 2012
मध्यप्रदेश की फर्जी कम्पनियों मैं लगा है UP के NRHM घोटाले का पैसा
भोपाल. उत्तरप्रदेश के बहुचर्चित एनआरएचएम घोटाले के करोड़ो रूपए मध्यप्रदेश की करीब दो दर्जन कंपनियों में लगे हुए हैं। ये कंपनियां प्रदेश के गृह राज्यमंत्री नारायण सिंह कुशवाह के रिश्तेदारों की है। मालूम हो कि यूपी के एनआरएचएम घोटाले के बाद बाबूसिंह कुशवाह को मुख्यमंत्री मायावती ने अपने मंत्री मंडल से बाहर कर दिया था। सत्ता और संगठन से बाहर होने के बाद बाबूसिंह को भाजपा की सदस्यता दी गई जिसके बाद तो भाजपा के भीतर ही घमासान मच गया। इन्हीं बाबूसिंह कुशवाहा और मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार के गृह राज्य मंत्री नारायण सिंह के बीच पारिवारिक और व्यावसायिक रिश्तों के सामने आने से भाजपा सरकार मुश्किल में पड़ती दिखाई पड़ रही है। गृह राज्यमंत्री के दामाद और भाई पहले से ही पुलिस रिकार्ड में 'वांटेड' हैं, करोड़ों की ठगी के आरोप में ग्वालियर पुलिस ने इन पर ईनाम भी घोषित कर रखा है।
शिवराज सरकार के कई मंत्रियों ने सत्ता और संगठन को पहले से ही काफी परेशान कर रखा है। इन्हीं मंत्रियों की फेहरिस्त में एक नाम और गृह राज्यमंत्री नारायण सिंह कुशवाह का जुड़ गया है। सूत्रों का दावा है कि यूपी की माया सरकार में मंत्री रहे बाबूसिंह कुशवाह से इनके रिश्ते हैं। रिश्तेदारी का फायदा उठाकर ही बाबूसिंह ने एनआरएचएम घोटाले से कमाए गए करोड़ों रूपए मध्यप्रदेश में खपाए हैं। ये पैसा नारायण सिंह के दामाद बालकिशन कुशवाह और बड़े भाई बनवारी लाल कुशवाह तथा शिवराम कुशवाह की कंपनियों में निवेश किया गया।
मालूम हो कि बालकिशन, बनवारी और शिवराम कुशवाह पर गिरफ्तारी के लिए ग्वालियर पुलिस ने ईनाम भी घोषित कर रखा है। ये गरिमा चिटफंड कंपनी के नाम से करोड़ों की ठगी के आरोपी है। इन आरोपियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी कुछ कंपनियों के नाम भी बदल दिए हैं। गजाली सीमेन्ट और गरिमा सीमेन्ट कंपनी का नाम कर लिया गया है ताकि गरिमा चिटफंड कंपनी के नाम पर की गई ठगी के आरोपों से बचा जा सके।
विदित हो कि पिछले साल विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह ने प्रदेश में चल रही फर्जी चिटफंड कंपनियों का मामला उठाया था। इसके बाद भोपाल, इंदौर, जबलपुर आदि शहरों में ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी लेकिन इस कार्रवाई की आंच कुशवाह परिवार तक नहीं पहुंची। बताया जा रहा है कि बालकिशन कुशवाह करीब दर्जन भर कंपनियों का डायरेक्टर है। बनवारीलाल कुशवाह लगभग डेढ़ दर्जन कंपनियों में डायरेक्टर है। शिवराम कुशवाह आधा दर्जन से ज्यादा और पूर्व मंत्री बाबूसिंह की भतीजी शोभा रानी कुशवाह एक दर्जन कंपनियों में डायरेक्टर है।
कुल मिलाकर, इस परिवार की दो दर्जन के आसपास कंपनियां हैं जिनमें एक हजार करोड़ रूपए से ज्यादा का निवेश है। कहा जा रहा है कि ये पैसा यूपी के एनआरएचएम घोटाले का ही पैसा है जिसे इन कंपनियों में खपाया गया है। सूत्रों की माने तो यूपी के एनआरएचएम घोटाले की जांच की जद में प्रदेश का ये कुशवाह परिवार भी आ सकता है। इधर, यूपी घोटाले के तार एमपी से जुडऩे और बाबूसिंह से नारायण सिंह कुशवाह के संबंधों के खुलासे के बाद भाजपा सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस इस मामले को विधानसभा के बजट सत्र में उठाएगी। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पहले कोयला खरीदी, फिर बिजली, मीटर, ट्रांसफार्मर खरीदी, इसके बाद खनिज घोटाले में शिवराज सरकार के मंत्रियों तक आरोपों के छीटें उछलते रहे हैं। इसी कड़ी में नारायण सिंह कुशवाह का नाम भी जुड़ गया है। कांग्रेस सदन में मांग करेगी कि यूपी के एनआरएचएम घोटाले से जुड़े सभी लोगों की जांच की जाए। इसके अलावा नारायण सिंह कुशवाह के इस्तीफे और आरोपी कुशवाह बंधुओं की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की जाएगी
मालूम हो कि बालकिशन, बनवारी और शिवराम कुशवाह पर गिरफ्तारी के लिए ग्वालियर पुलिस ने ईनाम भी घोषित कर रखा है। ये गरिमा चिटफंड कंपनी के नाम से करोड़ों की ठगी के आरोपी है। इन आरोपियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अपनी कुछ कंपनियों के नाम भी बदल दिए हैं। गजाली सीमेन्ट और गरिमा सीमेन्ट कंपनी का नाम कर लिया गया है ताकि गरिमा चिटफंड कंपनी के नाम पर की गई ठगी के आरोपों से बचा जा सके।
विदित हो कि पिछले साल विधानसभा सत्र के दौरान कांग्रेस विधायक गोविंद सिंह ने प्रदेश में चल रही फर्जी चिटफंड कंपनियों का मामला उठाया था। इसके बाद भोपाल, इंदौर, जबलपुर आदि शहरों में ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी लेकिन इस कार्रवाई की आंच कुशवाह परिवार तक नहीं पहुंची। बताया जा रहा है कि बालकिशन कुशवाह करीब दर्जन भर कंपनियों का डायरेक्टर है। बनवारीलाल कुशवाह लगभग डेढ़ दर्जन कंपनियों में डायरेक्टर है। शिवराम कुशवाह आधा दर्जन से ज्यादा और पूर्व मंत्री बाबूसिंह की भतीजी शोभा रानी कुशवाह एक दर्जन कंपनियों में डायरेक्टर है।
कुल मिलाकर, इस परिवार की दो दर्जन के आसपास कंपनियां हैं जिनमें एक हजार करोड़ रूपए से ज्यादा का निवेश है। कहा जा रहा है कि ये पैसा यूपी के एनआरएचएम घोटाले का ही पैसा है जिसे इन कंपनियों में खपाया गया है। सूत्रों की माने तो यूपी के एनआरएचएम घोटाले की जांच की जद में प्रदेश का ये कुशवाह परिवार भी आ सकता है। इधर, यूपी घोटाले के तार एमपी से जुडऩे और बाबूसिंह से नारायण सिंह कुशवाह के संबंधों के खुलासे के बाद भाजपा सरकार की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।
सूत्रों की माने तो कांग्रेस इस मामले को विधानसभा के बजट सत्र में उठाएगी। कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पहले कोयला खरीदी, फिर बिजली, मीटर, ट्रांसफार्मर खरीदी, इसके बाद खनिज घोटाले में शिवराज सरकार के मंत्रियों तक आरोपों के छीटें उछलते रहे हैं। इसी कड़ी में नारायण सिंह कुशवाह का नाम भी जुड़ गया है। कांग्रेस सदन में मांग करेगी कि यूपी के एनआरएचएम घोटाले से जुड़े सभी लोगों की जांच की जाए। इसके अलावा नारायण सिंह कुशवाह के इस्तीफे और आरोपी कुशवाह बंधुओं की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की जाएगी
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FRIDAY 16 DECEMBER 2011
PACL: निदेशकों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम दिल्ली रवाना
जयपुर की गोल्ड सुख के मालिकों के करोड़ों रुपए लेकर फरार होने बाद अब राजस्थान सरकार नींद से जाग कर दूसरी चिटफंड कंपनियों पर शिकंजा कसने में जुट गई है।पीएसीएल के कई कार्यालयों में पुलिस ने छापामारी की है और कुछ अधिकारियों की गिरफ्तारी भी हुई है। छापेमारी के बाद से पूरे पर्ल ग्रुप में हड़कम्प मचा हुआ है। पीएसीएल न्यूज़ चैनल एवं प्रिंट मीडिया समेत कई कारोबार तो चलाता ही है, करने वाली चिटफंड कंपनी के कई वरिष्ठों को पुलिस ने गिरफ्तार भी किया है। पिछले दो दिनों से जारी छापेमारी में पुलिस ने पीएसीएल के जयपुर हेड राकेश चित्तौड़ा को गिरफ्तार किया है। कंपनी निदेशकों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम दिल्ली भी भेजी गई है।
पीएसीएल कंपनी का मुख्यालय वैसे तो दिल्ली में है, लेकिन चिटफंड कंपनी के तौर पर यह जयपुर में ही रजिस्टर्ड है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि कंपनी के दस्तावेज़ों में जाच से भारी घपले की बू आ रही है। बांसवाड़ा में पीएसीएल के शाखा प्रबंधक भूपेंद्र कुमार श्रीवास्तव को भी गिरफ्तार किया गया है। पीएसीएल पर निवेशकों से कम राशि लेकर महंगी जमीन देने का झांसा देकर धोखाधड़ी करने का आरोप है। पीएसीएल की राजस्थान में 277 शाखाएं हैं। यह कंपनी पहले भी बार्डर पर जमीन खरीदने के विवादों में रह चुकी है। पुलिस जांच में सामने आया है कि कंपनी राजस्थान में औसतन प्रतिमाह करीब पचास से साठ करोड़ रुपये लोगों से कलेक्ट कर रही थी. कंपनी पर आरोप है कि राजस्थान में इसने लगभग तीन सौ करोड़ रुपये की ठगी की है।
जयपुर में डीसीपी (नार्थ) अशोक नरुका के मुताबिक पीएसीएल निवेशकों को महंगी जमीन सस्ते में बेचने का झांसा देकर धोखाधड़ी कर रही है। कंपनी ने देश भर में करीब 25 लाख लोगों से पैसे लगवाए हैं। पुलिस ने जयपुर में कंपनी के संसार चंद्र रोड पर विंडसर प्लाजा में स्थित कार्यालय में दस्तावेजों की जांच भी की गई। इस कंपनी के निदेशकों रोपड़ निवासी गुरमत सिंह, सुखदेव सिंह और त्रिलोचन सिंह के गिरफ्तारी के वारंट जारी किए गए हैं। पीएसीएल पर छापेमारी की घटना से घबराए निवेशक भी राजस्थान में तमाम जगहों पर स्थित कार्यालयों पर पहुंच गए तथा पूछताछ शुरू कर दी। खबर है कि मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भी पीएसीएल के दिल्ली निवासी अधिकारी के एस भट्टाचार्या के खिलाफ भी कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। दिल्ली में पी-7 के निदेशक ज्योति नारायण भी अपने ऑफिस नहीं आए। ऑफिस में पूछने पर नपा सा जवाब मिला कि साहब आए नहीं हैं, कब आएंगे, पता नहीं।
पीएसीएल के अलावा पुलिस ने कई अन्य चिटफंड कंपनियों के दफ्तरों पर छापेमारी तथा अधिकारियों की गिरफ्तारी की है। सीकर में चिटफंड कंपनी प्रिया परिवार के चेयरमैन तेजपाल सिंह नूनियां तथा दो डाइरेक्टरों सुरेंद्र नूनियां और महेश नूनियां को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट से 20 तक रिमांड पर ले लिया है। एक और चेन मार्केटिंग कम चिटफंड कंपनी आरसीएम पर भी छापेमारी की गई है। इस कंपनी के राजसमंद स्थित दो दुकानों को सीज कर लिया गया है। यहां से मांगी लाल एवं दिनेश प्रजापत नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया।
मेरी गोल्ड प्लस ट्रेड विजन कंपनी के डायरेक्टर रामवतार सिंह, चंद्रशेखर अग्रवाल एवं कविता अग्रवाल को भी पुलिस ने दो दिन के रिमांड पर लिया है। पुलिस सभी निदेशकों के निजी खातों की जांच कर रही है। पीएसीएल के बाद एक जीएनएन न्यूज़ के नाम से चैनल चलाने वाली जीएन ग्रुप में भी दहशत है। यह ग्रुप भी सरकारी रडार के निशाने पर है। गौरतलब है कि जीएन ग्रुप भी गोल्ड सुख के ही नक्शे कदम पर चल रही है। जीएन ग्रुप लैंड डेवलपर्स, जीएन गोल्ड और जीएन फायनैंस जैसी आधा दर्ज़न कंपनियां इस ग्रुप में शामिल हैं।
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THURSDAY 15 DECEMBER 2011
पीएसीएल की तिजोरी, खातों में मिले 1 करोड़, प्रिया परिवार की हार्ड डिस्क जब्त!
जयपुर. सस्ती दर पर जमीन देने का झांसा देकर करीब 25 लाख लोगों से निवेश करवाने वाली पीएसीएल कंपनी के जयपुर स्थित कार्यालय में पुलिस ने बुधवार को दिन भर रिकार्ड खंगाला और एजेंटों के बारे में जानकारी हासिल की। कंपनी के दो बैंकों में 76 लाख रुपए हैं।
जिनको पुलिस ने फ्रिज करवा दिया है। कंपनी के कार्यालय में रखी तिजोरी में तीस लाख रुपए मिले है। जिनको जब्त कर लिया है। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि कंपनी के एजेंटों को सदस्य बनाने पर मोटा मुनाफा दिया जाता था जिससे कंपनी में सदस्यों की संख्या बढ़ती गई। पुलिस अधिकारी कम्प्यूटर एक्सपर्ट की मदद से सारे रिकार्ड की जांच कर रही है।
डीसीपी अशोक नरुका ने बताया कि कंपनी के जयपुर हैड राकेश चित्तौडाको बुधवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंपा है।
इधर कंपनी के पांच डायरेक्टरों को पकड़ने के लिए चंडीगढ़ तथा दिल्ली भेजी गई पुलिस टीम को अभी तक डायरेक्टरों का पता नहीं चल सका है। जानकारी में सामने आया है कि कंपनी के डायरेक्टर के चंडीगढ़ स्थित घर पर कंपनी के सारे पदाधिकारी बुधवार को एकत्र हुए थे।
प्रिया परिवार के जयपुर ऑफिस से हार्ड डिस्क जब्त
जयपुर.विद्याधर नगर सेंट्रल स्पाइन स्थित प्रिया परिवार के ऑफिस को बुधवार दोपहर में सीकर कोतवाली, विद्याधर नगर व उदयपुरवाटी थाने की पुलिस ने खंगाला। पुलिस के साथ आए साइबर एक्सपर्ट ने कम्प्यूटर में फीड रिकॉर्ड व फाइलों की हार्डडिस्क, डीवीडी व प्रचार सामग्री को जब्त किया। दो मंजिला ऑफिस को खंगालने में पुलिस को सात घंटे से ज्यादा का समय लगा। सीकर कोतवाली पुलिस सुबह साढ़े दस बजे प्रिया परिवार के डायरेक्टर सुरेंद्र सिंह नूनियां को उच्च सुरक्षा में लेकर जयपुर पहुंची थी।
जानकारी के अनुसार सीकर कोतवाली सर्किल सीओ राकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस प्रिया परिवार के गिरफ्तार डायरेक्टर सुरेंद्र सिंह नूनियां को लेकर जयपुर पहुंची। यहां पहुंचने के बाद विद्याधर नगर में करीब तीन घंटे तक उससे पूछताछ चलती रही।
दोपहर करीब दो बजे नूनियां को लेकर पुलिस प्रिया परिवार के ऑफिस गई। सबसे पहले पुलिस ने नूनियां से दो मंजिला ऑफिस के हर कमरे की जानकारी ली। पुलिस ऑफिस के इंटीरियर्स व जनप्रतिनिधियों की तस्वीरों को देखकर हतप्रभ रह गई।
गिरफ्तारी के डर से कर्मचारी नदारद फोन किए बंद
पुलिस ने ऑफिस में कार्य करने वाले कर्मचारियों को डायरेक्टरों के माध्यम से बुलाया था लेकिन पुलिस की गिरफ्तारी के डर से कोई कर्मचारी ऑफिस नहीं पहुंचा। जो आए थे वे भी सड़क के दूसरी तरफ खड़े होकर तमाशा देखते रहे। अधिकतर कर्मचारियों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। कंपनी के अधिकारी सज्जन सिंह भी सड़क पार खड़े होकर पुलिस कार्रवाई को देखते रहे।अंधेरे में खड़े रहना पड़ा पुलिस को
ऑफिस में पहुंचने के बाद पुलिस को काफी देर तक अंधेरा में खड़ा रहना पड़ा। सुरक्षा के चलते पुलिस ने रविवार को ऑफिस सील करते समय बिजली भी बंद कर दी थी। सुरेंद्र सिंह नूनियां के काफी आवाज लगाने पर ऑफिस का इलेक्ट्रीशियन मदन निवासी धानोता चौमू आया और बिजली का कनेक्शन चालू किया। इसके बाद ही पुलिस कमरों में लगी सील को खोल पाई।कार्रवाई के दौरान बजते रहे फोन
पुलिस की कार्रवाई के दौरान ऑफिस में रखे तीन बेसिक फोन लगातार बजते रहे। परेशान होकर पुलिस ने फोन के तार निकाल दिए।
20 दिसंबर के बाद विद्याधर नगर थाना पुलिस लेगी प्रोडक्शन पर
प्रिया परिवार के चेयरमैन तेजपाल नूनियां, डायरेक्टर सुरेंद्र सिंह व महेश सिंह नूनियां को विद्याधर नगर पुलिस 20 दिसम्बर के बाद प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी।कंपनी एजेंटों को यूरोप ट्यूर कराने का था प्लान
कंपनी अच्छा काम करने वाले एजेंट पर लाखों रुपए खर्च करती थी। अब तक एजेंटों को थाईलैंड व गोवा का ट्यूर करवाती थी। पुलिस सर्च में सामने आया कि कंपनी अब एजेंटों को कंपनी का सदस्य बनाने वाले एजेंट का टारगेट पूरा होने पर यूरोपीय देशों का ट्यूर करवाने का प्लान बना रही थी। पुलिस विदेश घूमकर आए एजेंटों का पता लगा रही है।सबसे पहले जन प्रतिनिधियों को जोड़ती थी कंपनी
लोगों को आकर्षित करने के लिए कंपनी सबसे पहले जन प्रतिनिधियों को जोडने का कार्य करती थी। इससे लोग आकर्षित होकर कंपनी के अधिक से अधिक सदस्य बने।आरसीएम डायरेक्टर के नजदीकी 12 लोग हिरासत में
भीलवाड़ा त्न मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी आरसीएम के डायरेक्टर के निकटतम व कंपनी से जुड़े एक दर्जन लोगों को पुलिस ने बुधवार को हिरासत में लिया। इनमें से एक संदिग्ध लेन-देन करता पाया गया। पुलिस ने कंपनी संचालकों की तलाश भी तेज कर दी गई।
एसपी उमेशचंद्र दत्ता ने बताया कि चेन सिस्टम से लोगों से ठगी की सूचना पर नौ दिसंबर को आरसीएम के खिलाफ कार्रवाई की थी। इस दौरान आरसीएम के हमीरगढ़ ग्रोथ सेंटर स्थित गोदाम,ऑफिस से कंपनी का रिकार्ड जब्त कर इन्हें सीज कर दिया गया।
इसके अलावा डायरेक्टर के शास्त्रीनगर स्थित मकान की तलाशी भी ली गई। आरसीएम के संचालक त्रिलोकचंद छाबड़ा, उसके बेटे सौरभ छाबड़ा, बेटी प्रियंका छाबड़ा, भाई भागचंद छाबड़ा व कैलाशचंद्र छाबड़ा के खिलाफ हमीरगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस कार्रवाई से पहले ही ये लोग भागने में सफल रहे। जांच के दौरान बुधवार को छाबड़ा के आर्थिक व निकटतम सहयोगी व कंपनी से जुड़े एक दर्जन स्थानीय लोगों को हिरासत में लेकर अलग-अलग स्थानों पर पूछताछ की जा रही है। इनसे से एक व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में लेन-देन करते मिला।
पुलिस ने इससे रुपए, चेक व आरसीएम से संबंधित रिकार्ड भी लिया है। उधर, आरसीएम के फरार संचालकों का अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। इनकी तलाश तेज कर दी गई है। आरसीएम के खिलाफ मुकदमे की गंभीरता को देखते हुए जांच एएसपी को सौंप दी गई।तीन डायरेक्टरों व दो कर्मचारियों को जेल
दो एमएलएम कंपनियों के तीन डायरेक्टरों व दो कर्मचारियों को रिमांड खत्म होने पर पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। प्रतापनगर थाना प्रभारी गोमाराम के अनुसार,साजन ज्वैलर्स एंड ट्रेड लिंक, बसंत विहार के डायरेक्टर रामेश्वर हेड़ा व सवरेदय ऑन लाइन बिजनेस के डायरेक्टर अभय जैन, सुशील जैन, एकाउंटेंट सहायक विपिन लौंगड़ व दिनेश बिड़ला को जेल भेजा गया है।
वहीं, स्काई वेज बिजनेश प्रा.लि. के डायरेक्टर विजय अग्रवाल, मैनेजर सुरेंद्र चांदना से पूछताछ चल रही है। इन दोनों को गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
डीसीपी अशोक नरुका ने बताया कि कंपनी के जयपुर हैड राकेश चित्तौडाको बुधवार को न्यायालय में पेश किया। जहां से पूछताछ के लिए दो दिन के रिमांड पर पुलिस को सौंपा है।
इधर कंपनी के पांच डायरेक्टरों को पकड़ने के लिए चंडीगढ़ तथा दिल्ली भेजी गई पुलिस टीम को अभी तक डायरेक्टरों का पता नहीं चल सका है। जानकारी में सामने आया है कि कंपनी के डायरेक्टर के चंडीगढ़ स्थित घर पर कंपनी के सारे पदाधिकारी बुधवार को एकत्र हुए थे।
प्रिया परिवार के जयपुर ऑफिस से हार्ड डिस्क जब्त
जयपुर.विद्याधर नगर सेंट्रल स्पाइन स्थित प्रिया परिवार के ऑफिस को बुधवार दोपहर में सीकर कोतवाली, विद्याधर नगर व उदयपुरवाटी थाने की पुलिस ने खंगाला। पुलिस के साथ आए साइबर एक्सपर्ट ने कम्प्यूटर में फीड रिकॉर्ड व फाइलों की हार्डडिस्क, डीवीडी व प्रचार सामग्री को जब्त किया। दो मंजिला ऑफिस को खंगालने में पुलिस को सात घंटे से ज्यादा का समय लगा। सीकर कोतवाली पुलिस सुबह साढ़े दस बजे प्रिया परिवार के डायरेक्टर सुरेंद्र सिंह नूनियां को उच्च सुरक्षा में लेकर जयपुर पहुंची थी।
जानकारी के अनुसार सीकर कोतवाली सर्किल सीओ राकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस प्रिया परिवार के गिरफ्तार डायरेक्टर सुरेंद्र सिंह नूनियां को लेकर जयपुर पहुंची। यहां पहुंचने के बाद विद्याधर नगर में करीब तीन घंटे तक उससे पूछताछ चलती रही।
दोपहर करीब दो बजे नूनियां को लेकर पुलिस प्रिया परिवार के ऑफिस गई। सबसे पहले पुलिस ने नूनियां से दो मंजिला ऑफिस के हर कमरे की जानकारी ली। पुलिस ऑफिस के इंटीरियर्स व जनप्रतिनिधियों की तस्वीरों को देखकर हतप्रभ रह गई।
गिरफ्तारी के डर से कर्मचारी नदारद फोन किए बंद
पुलिस ने ऑफिस में कार्य करने वाले कर्मचारियों को डायरेक्टरों के माध्यम से बुलाया था लेकिन पुलिस की गिरफ्तारी के डर से कोई कर्मचारी ऑफिस नहीं पहुंचा। जो आए थे वे भी सड़क के दूसरी तरफ खड़े होकर तमाशा देखते रहे। अधिकतर कर्मचारियों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए। कंपनी के अधिकारी सज्जन सिंह भी सड़क पार खड़े होकर पुलिस कार्रवाई को देखते रहे।अंधेरे में खड़े रहना पड़ा पुलिस को
ऑफिस में पहुंचने के बाद पुलिस को काफी देर तक अंधेरा में खड़ा रहना पड़ा। सुरक्षा के चलते पुलिस ने रविवार को ऑफिस सील करते समय बिजली भी बंद कर दी थी। सुरेंद्र सिंह नूनियां के काफी आवाज लगाने पर ऑफिस का इलेक्ट्रीशियन मदन निवासी धानोता चौमू आया और बिजली का कनेक्शन चालू किया। इसके बाद ही पुलिस कमरों में लगी सील को खोल पाई।कार्रवाई के दौरान बजते रहे फोन
पुलिस की कार्रवाई के दौरान ऑफिस में रखे तीन बेसिक फोन लगातार बजते रहे। परेशान होकर पुलिस ने फोन के तार निकाल दिए।
20 दिसंबर के बाद विद्याधर नगर थाना पुलिस लेगी प्रोडक्शन पर
प्रिया परिवार के चेयरमैन तेजपाल नूनियां, डायरेक्टर सुरेंद्र सिंह व महेश सिंह नूनियां को विद्याधर नगर पुलिस 20 दिसम्बर के बाद प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आएगी।कंपनी एजेंटों को यूरोप ट्यूर कराने का था प्लान
कंपनी अच्छा काम करने वाले एजेंट पर लाखों रुपए खर्च करती थी। अब तक एजेंटों को थाईलैंड व गोवा का ट्यूर करवाती थी। पुलिस सर्च में सामने आया कि कंपनी अब एजेंटों को कंपनी का सदस्य बनाने वाले एजेंट का टारगेट पूरा होने पर यूरोपीय देशों का ट्यूर करवाने का प्लान बना रही थी। पुलिस विदेश घूमकर आए एजेंटों का पता लगा रही है।सबसे पहले जन प्रतिनिधियों को जोड़ती थी कंपनी
लोगों को आकर्षित करने के लिए कंपनी सबसे पहले जन प्रतिनिधियों को जोडने का कार्य करती थी। इससे लोग आकर्षित होकर कंपनी के अधिक से अधिक सदस्य बने।आरसीएम डायरेक्टर के नजदीकी 12 लोग हिरासत में
भीलवाड़ा त्न मल्टीलेवल मार्केटिंग कंपनी आरसीएम के डायरेक्टर के निकटतम व कंपनी से जुड़े एक दर्जन लोगों को पुलिस ने बुधवार को हिरासत में लिया। इनमें से एक संदिग्ध लेन-देन करता पाया गया। पुलिस ने कंपनी संचालकों की तलाश भी तेज कर दी गई।
एसपी उमेशचंद्र दत्ता ने बताया कि चेन सिस्टम से लोगों से ठगी की सूचना पर नौ दिसंबर को आरसीएम के खिलाफ कार्रवाई की थी। इस दौरान आरसीएम के हमीरगढ़ ग्रोथ सेंटर स्थित गोदाम,ऑफिस से कंपनी का रिकार्ड जब्त कर इन्हें सीज कर दिया गया।
इसके अलावा डायरेक्टर के शास्त्रीनगर स्थित मकान की तलाशी भी ली गई। आरसीएम के संचालक त्रिलोकचंद छाबड़ा, उसके बेटे सौरभ छाबड़ा, बेटी प्रियंका छाबड़ा, भाई भागचंद छाबड़ा व कैलाशचंद्र छाबड़ा के खिलाफ हमीरगढ़ थाने में मुकदमा दर्ज किया गया।
पुलिस कार्रवाई से पहले ही ये लोग भागने में सफल रहे। जांच के दौरान बुधवार को छाबड़ा के आर्थिक व निकटतम सहयोगी व कंपनी से जुड़े एक दर्जन स्थानीय लोगों को हिरासत में लेकर अलग-अलग स्थानों पर पूछताछ की जा रही है। इनसे से एक व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में लेन-देन करते मिला।
पुलिस ने इससे रुपए, चेक व आरसीएम से संबंधित रिकार्ड भी लिया है। उधर, आरसीएम के फरार संचालकों का अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। इनकी तलाश तेज कर दी गई है। आरसीएम के खिलाफ मुकदमे की गंभीरता को देखते हुए जांच एएसपी को सौंप दी गई।तीन डायरेक्टरों व दो कर्मचारियों को जेल
दो एमएलएम कंपनियों के तीन डायरेक्टरों व दो कर्मचारियों को रिमांड खत्म होने पर पुलिस ने अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। प्रतापनगर थाना प्रभारी गोमाराम के अनुसार,साजन ज्वैलर्स एंड ट्रेड लिंक, बसंत विहार के डायरेक्टर रामेश्वर हेड़ा व सवरेदय ऑन लाइन बिजनेस के डायरेक्टर अभय जैन, सुशील जैन, एकाउंटेंट सहायक विपिन लौंगड़ व दिनेश बिड़ला को जेल भेजा गया है।
वहीं, स्काई वेज बिजनेश प्रा.लि. के डायरेक्टर विजय अग्रवाल, मैनेजर सुरेंद्र चांदना से पूछताछ चल रही है। इन दोनों को गुरुवार को अदालत में पेश किया जाएगा।
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WEDNESDAY 30 NOVEMBER 2011
गोल्ड सुख: रेड कॉर्नर नोटिस जारी
जयपुर। तीन सौ करोड़ की ठगी करके फरार हुए गोल्ड सुख कम्पनी के निदेशकों के रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो गए है। पुलिस के अनुसार कम्पनी के मुख्य चार संचालक मानवेन्द्र सिंह, महेन्द्र सिंह निर्वाण, प्रमोद शर्मा उर्फ बबलू, नरेन्द्र सिंह के अलावा आशा शर्मा, सरोज कंवर, नीतू निर्वाण के नोटिस हो गए है। इंटरपोल ने मौखिक रूप से पुलिस को रेड कॉर्नर नोटिस जारी होने की सूचना दे दी है। एकाध दिन में नोटिस जारी होने का पत्र जयपुर पुलिस को मिल जाएगा। पुलिस कम्पनी के निदेशक रामेश्वर शर्मा, जगदीश शर्मा व शालिनी कंवर को गिरफ्तार कर चुकी है। उधर, कम्पनी के टीम लीडर गुरूबख्श, घनश्याम सिंह समेत चार लीडरों को पुलिस ने एक दिन के रिमाण्ड पर और लिया है।
बैंक एंट्री खोलेगी राज
गोल्ड सुख कम्पनी के संचालक की ओर से जिन तीन दर्जन बैंक खातों में राशि जमा कराते थे, उनके लेन-देन के दस्तावेज पुलिस के पास आने लगे हैं। एक दर्जन बैंकों के खाते पुलिस को मिले। आधा दर्जन पुलिस अफसरों व कर्मियों की टीम इन एंट्री की जांच करके बैंकों, कम्पनी और निवेशकों के बीच लेन-देन का पता लगा रही है। बैंक खातों और एंट्रियों से कम्पनी में निवेश राशि और भुगतान राशि का पता चल सकेगा। गोल्ड सुख कम्पनी के खातों ने भी नकदी उगलना शुरू कर दी है। अभी तक की तलाशी में पुलिस को कम्पनी के कुछ खातों में करीब 20-25 लाख रूपए राशि जमा होने की जानकारी मिली है।
एक और ठिकाना मिला
फरार होने से दो-तीन महीने पहले गोल्ड सुख कम्पनी के मुख्य संचालकों ने सी-स्कीम में भी एक नया कार्यालय खोल लिया था। परिवहन मार्ग स्थित प्रधान कार्यालय पर तगादा करने वाले निवेशकों की संख्या बढ़ने पर सी-स्कीम में एक परिसर किराये पर लिया। पुलिस टीम मंगलवार को वहां पहुंची और मकान मालिक की मौजूदगी में निरीक्षण किया। वहां कम्पनी से संबंधित कुछ दस्तावेज व फाइलें मिली है।
एसओजी से जांच कराएं -भाजपा :
भाजपा शहर अध्यक्ष शैलेन्द्र भार्गव, महामंत्री प्रो.बीरूसिंह राठौड़, संजय जैन व अजय पारीक ने गोल्ड सुख प्रकरण में कांग्रेस नेताओं और पुलिस अफसरों की मिलीभगत बताई है। साथ ही मामले की जांच एसओजी से करवाने की मांग की है।
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