Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

Friday, March 9, 2012

ऑनलाइन ग्राहकों को आकर्षित करने के सूत्र



ऑनलाइन ग्राहकों को आकर्षित करने के सूत्र




जब एक भावी ग्राहक विक्रेता की इच्छाओं के अनुकूल काम करता है, तो उसे मार्केटिंग की भाषा में हम रूपांतरण कहते हैं। इससे अभिप्राय आगंतुक के संपर्क प्रपत्र भरने, वेबसाइट पर पुस्तिका को डाउनलोड करने, आपकी वेबसाइट से खरीददारी करने, आपकी साइट पर रजिस्टर करने या फिर ऐसी ही अन्य मिलती-जुलती गतिविधियों से है।

रूपांतरण दर उन विशिष्ट आगंतुकों के अनुपात को कहा जाता है, जो किसी वेबसाइट पर जाते हैं और वांछित कार्यवाही करते हैं। रूपांतरण-दर-अनुकूलन एक वेबसाइट को तैयार करने संबंधी वो कला और विज्ञान है, जिसके तहत आगंतुकों की तादाद में इज़ाफा किया जाता है। इसका मकसद है, आगंतुकों को ग्राहकों में तब्दील करना।

यह काफी आसान और तार्किक लग सकता है। यह वो सिद्धान्त है जो ई-कॉमर्स के लिए वेबसाइट्स के परिणामों में सुधार लाने और नई वेबसाइट्स तैयार करने की ज़रूरत की वजह से अस्तित्व में आया। वर्तमान में यह सर्विस काफी चर्चा में है। आप देखिए कि विक्रेता महसूस कर रहे हैं कि इंटरनेट मार्केटिंग में अपना पैसा खर्च करने की बजाय उन्हें सबसे पहले अपनी वेबसाइट पर बदलाव-दर को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए। लेकिन यह काम कैसे करता है?

वास्तविक दुनिया का एक उदाहरण
आपने शायद गौर किया होगा कि कई कंपनियां अपने पुरस्कारों, प्रमाणपत्रों और प्रेस उल्लेखों को अपनी लॉबी या फिर कॉन्फ्रेंस रूम में प्रदर्शन के लिए रखती हैं। वो ऐसा क्यों करती हैं? ताकि आगंतुकों के बीच उनकी कंपनी की प्रतिष्ठा बढ़े। जब कभी दो कंपनियों में से किसी एक कंपनी के चुनाव की नौबत आएगी, आगंतुक तो उसी कंपनी को चुनेगा, जिसके पुरस्कारों, प्रमाणपत्रों ने उसे ज्यादा प्रभावित किया होगा। दरअसल इस तरह का प्रदर्शन ग्राहकों के दिमाग में कंपनी का एक ब्रांड तैयार करने में मददगार साबित होता है। यही बात वेबसाइटों के संदर्भ में भी अहम है। यदि आगंतुकों को आपकी कंपनी की वेबसाइट पर पुरस्कारों या फिर अन्य प्रतिष्ठित चीजों को देखेगा, तो संभव है कि वो आगे बढ़े औऱ कंपनी का फॉर्म भरे या फिर कोई अन्य वांछित कार्य करे।

चलिए एक और उदाहरण लेते हैं। भारत में हम में से ज्यादातर लोग क्रेडिट कार्ड से जुड़े घोटालों की वजह से ऑनलाइन शॉपिंग से घबराते हैं। इसलिए समझदार ई-कॉमर्स वेबसाइट अपनी साइट पर प्रमाणपत्र सत्यापन करने वाली कंपनियों का उल्लेख करती हैं। मसलन, वेरीसाइन जो यह बताती है कि वेबसाइट पूरी तरह सुरक्षित है। इसी तरह वेबसाइट ग्राहकों की सकारात्मक समीक्षा को भी अपनी साइट पर जगह देती हैं। इससे आगंतुकों का वेबसाइट से उत्पाद खरीदने को लेकर भरोसा बढ़ता है। इसके बदले ई-कॉमर्स वेबसाइटों में ग्राहकों की संख्या बढ़ती है।

पहले इसका परीक्षण करें
क्या वेबसाइट को मिले पुरस्कारों और ग्राहकों की सकारात्मक समीक्षा की बदौलत वेबसाइट पर परिवर्तन-दर खुद-ब-खुद बढ़ जाती है? हमेशा नहीं, क्योंकि यह भविष्यवाणी करना मुश्किल है कि आपकी वेबसाइट के लिए वास्तव में कौन सी तकनीक काम करेगी। हालांकि परिवर्तन-दर-अनुकूलन की मूल बात यह है कि लगातार परीक्षण करते रहें। एक जैसे दो मुख्य पृष्ठ बनाएं, जिनमें कोई एक चीज़ अलग हो। अलग चीज़ आपकी टैगलाइन, कोई चित्र, संपर्क फॉर्म की जगह या कार्रवाई के लिए कॉल हो सकता है(जैसे किसी बटन या फिर लिंक को दबाना)। अगर दोनों पृष्ठों पर 100-100 आगंतुक आते हैं, तो इसके ज़रिए आप देख पाएंगें कि महज़ एक छोटे से परिवर्तन ने कैसे परिवर्तन-दर निर्धारित की है।

अलग-अलग चीजों को लेकर परीक्षण करते रहिए और एक बार जब आप ये जान लें कि बेहतर क्या है,  उस चीज़ को भविष्य में अपने मुख्य पृष्ठ के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। आंकड़े इकठ्ठा करने के लिए आपको हरेक परीक्षण के लिए एक विशेष समय सीमा तय करनी होगी। क्या आपको यह उबाऊ और ज्यादा वक्त लेने वाला लगता है? हां, यह है, लेकिन यह परीक्षण के लिए किए ये तमाम प्रयोग किसी सफल रूपांतरण-दर-अनुकूलन प्रचार की बुनियाद हैं।

यहां कुछ सूत्र हैं।
-वेबसाइट में अपने पृष्ठ को अपने प्राथमिक उद्देश्य पर केन्द्रित रखें। आकर्षक चित्र या फिर बैनर आगंतुकों का ध्यान आपके मकसद से भटका सकते हैं। लिहाज़ा इनके इस्तेमाल से बचें।

-वेबपेज पर दिए ऑफर्स स्पष्ट होने चाहिए। इनके सुधार पर ध्यान दीजिए। इन ऑफर्स में मुफ्त ई-मेल सूचनापत्र से लेकर मुफ्त मासिक परीक्षण तक शामिल किए जा सकते हैं। यह ऐसी पहली चीज़ होनी चाहिए जो आगंतुकों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करे।  

-कारोबार के “मूल्य प्रस्ताव” को विशिष्ट रूप से दर्शाएं। इसका अर्थ है, साफ तौर पर बताइए कि आप अपने प्रतिद्वन्दी से किस मायने में अलग हैं। आपकी बातें इतनी ठोस होनी चाहिए कि आगंतुक आपकी बातों से प्रभावित हों।

-यह सुनिश्चित करें कि आपकी वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर “कार्यवाही के लिए कॉल” स्पष्ट तौर पर नज़र आए। इससे आगंतुकों को यह जानने में मदद मिलेगी कि वेबसाइट पर उन्हें कौन सा पहला कदम उठाना चाहिए।

-अपने शीर्षक को स्पष्ट औऱ संक्षिप्त रखिए। यह आगंतुकों को लुभाने वाला और ज़्यादा सूचना एकत्र करने के लिए प्रेरित करने वाला होना चाहिए।

-ग्राहक के अनुकूल विषय वस्तु तैयार करें। सूची किसी अनुच्छेद से ज्यादा अच्छे ढंग से काम करती है। इसमें यह स्पष्ट होना चाहिए कि वेबसाइट से आगंतुक को किस तरह का फायदा हो सकता है और उनकी समस्याओं का निवारण इस साइट के ज़रिए किस तरह किया जा सकता है।

-संपर्क संबंधी सूचना पृष्ठ पर प्रमुखता से प्रदर्शित होनी चाहिए। आपके संगठन का फोन नंबर, पता और एक संपर्क प्रपत्र आपके आगंतुकों को आपसे संपर्क में रहने के लिए मददगार साबित होगा।

-अपने प्रमाण पत्रों और ग्राहक समीक्षा कॉलम को प्रमुखता दीजिए। कई लोग आपसे उत्पाद खरीदने से पहले या फिर कारोबार करने से पहले जानना चाहेंगे कि बाकि लोग आपके उत्पाद के बारे में क्या कुछ कहते हैं।  

-अपने मुख्य पृष्ठ पर अपने प्रमाण पत्र औऱ जीते गए पुरस्कारों का जिक्र ज़रूर करें।

याद रखिए कि नए-नवेले उपक्रमों के लिए बड़ी कंपनियों के मुकाबले अपने वेबपेज पर ज़्यादा परीक्षण की गुंजाइश होती है। यह एक सुअवसर है, लिहाज़ा नए उपक्रमों को अपनी वेबसाइट पर परीक्षण करने में बिलकुल हिचकिचाना नहीं चाहिए। इससे परिवर्तन दर में बढ़ोतरी में मदद मिलेगी।

No comments:

Post a Comment